किसी दीपक में तेल अधिक होता है किसी में कम होता है, लेकिन अक्षय भंडार किसी भी दीपक में नहीं होता है | ऐसे ही किसी व्यक्ति में शक्ति बहुत अधिक होती है,सामर्थ्य बहुत होता अधिक होता है किसी में कम होता है , लेकिन असीमित शक्ति किसी में नहीं होती है | जो व्यक्ति अपनी शक्ति को संयम पूर्वक नियत दिशा में प्रयोग करता है वह व्यक्ति संसार में बड़े से बड़े महान कार्य कर पता है | सुधांशुजी महाराज
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