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Sent: Tuesday, November 23, 2010 6:54 PM
Subject: [DELHI (VISHWAJAGRITI MISSION )] अपनी महानता को स्वयं समझो
तुम्हारी महिमा को कोई नहीं समझ सकता ,अपनी महानता को स्वयं समझो ! आसमान में पगडडियां नहीं होती ! अपना रास्ता स्वय ढूंढना पडता हे ! जूझने के लिए स्वयं प्रयास करना पडेगा !बहते हुए आंसुओ को अपने हाथों से पोंछना ! अच्छे के लिए खुद ही अपनी पीठ थपथपाना !दूसरे से प्रेरणा ले सकते हें !मगर इस ताक में मत रहो कि कोई दूसरा आकर आपका सुधार कर देगा ! अपने दोश देखें , मगर हीन भावना न आने दें! आप परमात्मा के पुत्र हें तो परमात्मा के महान गुंण आपमें हें ,अपनी दिव्यता को याद रखो !--
Madan Gopal Garga द्वारा
DELHI (VISHWAJAGRITI MISSION ) के लिए 11/23/2010 06:54:00 PM को पोस्ट किया गया
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