जीवन हे मिट्टी का सुंदर खिलोना !
जीवन हे कांटों का दुर्लभ बिछोना !
जीवन के सफर में अनेक कष्ट आते !
मिटें कष्ट कैसे यह सदगुरु बताते !
दान न जाने तो धन व्यर्थ हे !
प्रेम न जाने तो संबद्ध व्यर्थ हे !
मर्म न जाने तो कर्म व्यर्थ हे !
धर्म न जाने तो जीवन व्यर्थ हे !
संग्रह करो तो त्याग भी करो !
कमाओ तो उपयोग भी करो !
ज्ञान किया हे तो उपयोग भी करो !
सामर्थ्य हो तो सहयोग भी करो !
बृक्ष की गरिमा फल बांटने में हे !
बादल की गरिमा जल बांट्ने में हे !
भक्ति की गरिमा प्यार बांटने में हे !
व्यक्ति की गरिमा उपहार बांटने में हे !
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