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Saturday, September 19, 2009
भूल
भूल होना मनुष्य की प्रकृति है ! भूल को भूल मानकर सुधार करना संस्कृति है ! भूल को भूल न मानना विकृति है जो की व्यक्ति को पतन की और ले जाती है !
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