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Tuesday, May 20, 2014

आप जहां बैठ

आप जहां  बैठ कर भक्ति करो ,पुजा करो तो व्ही मन्दिर बंजाएगा बस श्रद्दा से बैठो !

किसी से

  • किसी से कोई अपेक्षा मत रखो !

भविष्य

  • भविष्य की चिंता मत करो !
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Saturday, May 17, 2014

chiti ilaychi


इलायची -                     इलायची दो प्रकार की होती है-छोटी और बड़ी | आज हम आपको छोटी इलायची के विषय में जानकारी देंगे, इसे हम संस्कृत में एला भी कहते हैं | यह हमारे देश तथा इसके आस पास के गर्म देशों में अधिक मात्रा में पायी जाती है | इसके पेड़ हल्दी के पेड़ के सामान होते हैं | इलायची स्वादिष्ट होती है और आमतौर पर इसका प्रयोग खाने के पदार्थों में किया जाता है | छोटी इलायची खाने में शीतल होती है और इसका अधिक मात्रा में उपयोग आँतों के लिए हानिकारक होता है | इसका सेवन १-३ ग्राम की मात्रा में किया जा सकता है | यह कफ ,खांसी ,श्वास व बवासीर नाशक है और ह्रदय एवं गले की मलिनता को दूर करती है | इसे खाने से मुख की दुर्गन्ध दूर होती है और जी मिचलाना बंद हो जाता है | इलायची का प्रयोग हम विभिन्न रोगों के उपचार के लिए कर सकते हैं -    १- लगभग १० ग्राम इलायची को १ लीटर पानी में डालकर पकाएं ,जब एक चौथाई (२५० ग्राम ) शेष रह जाए तब उसे उतारकर ठंडा कर लें | इस पानी को थड़ी -थोड़ी देर में घूँट -घूँट करके पीने से,हैजा व मूत्रावरोध  रोगों में लाभ होता है |     २- छोटी इलायची के दानों को तवे पर भून कर पीस लें | इस चूर्ण को शहद या देसी घी में मिलाकर सुबह -शाम चाटने से खांसी में लाभ होता है |     ३- दिन में कई बार इलायची चबाने से मुँह की दुर्गन्ध व सांस की बदबू ख़त्म होती है |     ४- इलायची को पानी के साथ पीसकर सिर पर लेप की तरह लगाने से सिर दर्द दूर हो जाता है |     ५- इलायची ,काली मिर्च ,दालचीनी ,धनिया और सौंठ को बराबर मात्रा में लेकर इनको दरदरा पीस लें | इस चूर्ण की दो चम्मच लेकर २५० मिलीलीटर पानी में पकाएं | जब पानी आधा रह जाए तो छानकर गुनगुना पिलायें | इससे तेज़ जुकाम दूर हो जाता है |     ६- छोटी इलायची को पीस लें | इस चूर्ण को शहद के साथ थोड़ा -थोड़ा चाटने से पेशाब की जलन शांत होती है |

इलायची -
इलायची दो प्रकार की होती है-छोटी और बड़ी | आज हम आपको छोटी इलायची के विषय में जानकारी देंगे, इसे हम संस्कृत में एला भी कहते हैं | यह हमारे देश तथा इसके आस पास के गर्म देशों में अधिक मात्रा में पायी जाती है | इसके पेड़ हल्दी के पेड़ के सामान होते हैं | इलायची स्वादिष्ट होती है और आमतौर पर इसका प्रयोग खाने के पदार्थों में किया जाता है | छोटी इलायची खाने में शीतल होती है और इसका अधिक मात्रा में उपयोग आँतों के लिए हानिकारक होता है | इसका सेवन १-३ ग्राम की मात्रा में किया जा सकता है | यह कफ ,खांसी ,श्वास व बवासीर नाशक है और ह्रदय एवं गले की मलिनता को दूर करती है | इसे खाने से मुख की दुर्गन्ध दूर होती है और जी मिचलाना बंद हो जाता है | इलायची का प्रयोग हम विभिन्न रोगों के उपचार के लिए कर सकते हैं -

१- लगभग १० ग्राम इलायची को १ लीटर पानी में डालकर पकाएं ,जब एक चौथाई (२५० ग्राम ) शेष रह जाए तब उसे उतारकर ठंडा कर लें | इस पानी को थड़ी -थोड़ी देर में घूँट -घूँट करके पीने से,हैजा व मूत्रावरोध रोगों में लाभ होता है |
२- छोटी इलायची के दानों को तवे पर भून कर पीस लें | इस चूर्ण को शहद या देसी घी में मिलाकर सुबह -शाम चाटने से खांसी में लाभ होता है |
३- दिन में कई बार इलायची चबाने से मुँह की दुर्गन्ध व सांस की बदबू ख़त्म होती है |
४- इलायची को पानी के साथ पीसकर सिर पर लेप की तरह लगाने से सिर दर्द दूर हो जाता है |
५- इलायची ,काली मिर्च ,दालचीनी ,धनिया और सौंठ को बराबर मात्रा में लेकर इनको दरदरा पीस लें | इस चूर्ण की दो चम्मच लेकर २५० मिलीलीटर पानी में पकाएं | जब पानी आधा रह जाए तो छानकर गुनगुना पिलायें | इससे तेज़ जुकाम दूर हो जाता है |
६- छोटी इलायची को पीस लें | इस चूर्ण को शहद के साथ थोड़ा -थोड़ा चाटने से पेशाब की जलन शांत होती है |

भूत को

  • भूत को याद करके दुःखी मत होओं !

Thursday, May 15, 2014

हार जाओ

हार जाओ पर हार मानो नहीँ और अपने कर्म करते चले जाओ !

ishwar jo karta hai


kasoti

Saturday, May 10, 2014

bhav sagar kee laharon


roj apne aap ko


aonale


Chandan Kumar Nandy



Shubham Verma
O God, please bless me so that the
sweetness in my life remains intact
despite rises and falls; youth and old
age, sickness etc. Let the sweetness
in life remain firm. Whether the wealth
gets snatched away or it may come in
a big way, my life should stay sweet
for me and for all others. If I get the
wealth it should not make me brute,
and, if it is taken away I may not start
weeping and feel depressed. Let me
not say in front of the world that there
is no one else more unfortunate than
myself. Under all circumstances the
sweetness in life should be
maintained. Let there be such a
richness resting within me that with
the coming and going of anything the
richness, greatness and royalty within
me should not disappear

Friday, May 9, 2014

Fwd: [www.mgg.santvani] Fwd: [AMRIT VANI ] छमा से


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टमाटर का जूस

टमाटर का जूस
रोज सवेरे एक गिलास ताजे टमाटर का जूस तैयार करें, दो चम्मच शहद मिलाकर सेवन करें और सिर्फ़ एक महिने के अंदर चेहरे की रंगत देखिए, आईना शरमा जाएगा l जानकार इसे वजन कम करने का एक अच्छा उपाय मानते है जबकि गुजरात के आदिवासी इसे यकृत और फ़ेफ़डों के लिए बेहतर टॉनिक मानते है..आजमाईये जरूर, देसी ज्ञान है, असर सर चढकर बोलेगे..स्वस्थ रहें, मस्त रहें..

पालक पोषक 
पालक पोषक तत्वों से भरपूर है। इसमें मौजूद कैल्शियम और हरित तत्व हड्डियों को मजबूती प्रदान करते हैं। पालक में पाए जाने वाले विटामिन ए और सी, रेशे, फोलिक एसिड और मैग्नीशियम कैंसर से लड़ने में मदद करते है, जिसमें कोलन, फेफड़े में होने वाला कैंसर और स्तन कैंसर प्रमुख है। पालक हृदय संबंधी बीमारियों से लड़ने में भी मददगार होता है। इसके नियमित सेवन से बुजुर्गो की कमजोर होती याददाश्त भी मजबूत होती है।

बादाम गरम
, स्निग्ध, वायु को दूर करने वाला, वीर्य को बढ़ाने वाला है। बादाम बलप्रद एवं पौष्टिक है किंतु पित्त एवं कफ को बढ़ाने वाला, पचने में भारी तथा रक्तपित्त के विकारवालों के लिए अच्छा नहीं है।

औषधि-प्रयोगः
शरीर पुष्टिः रात्रि को 4-5 बादाम पानी में भिगोकर, सुबह छिलके निकालकर पीस लें फिर दूध में उबालकर, उसमें मिश्री एवं घी डालकर ठंडा होने पर पियें। इस प्रयोग से शरीर हृष्ट पुष्ट होता है एवं दिमाग का विकास होता है। पढ़ने वाले विद्यार्थियों के लिए तथा नेत्रज्योति बढ़ाने के लिए भी यह एक उत्तम प्रयोग है। बच्चों को 2-3 बादाम दी जा सकती हैं। इस दूध में अश्वगंधा चूर्ण भी डाला जा सकता है।

बादाम का तेलः इस तेल से मालिश करने से त्वचा का सौंदर्य खिल उठता है व शरीर की पुष्टि भी होती है। जिन युवतियों के स्तनों के विकास नहीं हुआ है उन्हें रोज इस तेल से मालिश करनी चाहिए। नाक में इस तेल की 3-4 बूँदें डालने से मानसिक दुर्बलता दूर होकर सिरदर्द मिटता है और गर्म करके कान में 3-4 बूँदें डालने से कान का बहरापन दूर होता है।

बादाम तेल का प्रयोग रंगत में निखार लाता है और बेजान त्वचा को रौनक प्रदान करता है। त्वचा की खोई नमी लौटाने में भी बादाम तेल सर्वोत्तम माना गया है।

त्वचा को नरम, मुलायम बनाने के लिए भी आप इसे लगा सकते हैं। नहाने से 2-3 घंटे पहले इसे लगाना आदर्श रहता है। बादाम तेल की मालिश न सिर्फ बालों के लिए अच्छी होती है, बल्कि मस्तिष्क के विकास में भी फायदेमंद होती है। हफ्ते में एक बार बादाम तेल की मालिश गुणकारी है।

बादाम तेल का इस्तेमाल बाहर से किया जाए या फिर इसका सेवन किया जाए, यह हर लिहाज से उपचारी और उपयोगी साबित होता है। हर रोज रात को 250 मिग्रा गुनगुने दूध में 5-10 मिली बादाम तेल मिलाकर सेवन करना लाभदायक होता है।

हड्डियां होती हैं मजबूत
बादाम में मौजूद फॉस्फोरस हड्डियों और दांतों को मजबूत बनाता है। इसके साथ ही इनसे जुड़ी बीमारियां होने का खतरा कम हो जाता है।

भोजन के बाद रक्त में बढ़ने वाले शुगर के स्तर को कम करने की शक्ति बादाम में होती है। इसके अलावा इसमें विटामिन ई भी भरपूर मात्रा में होता है, जिससे त्वचा संबंधी विकारों में फायदा मिलता है।

बादाम के अंदर पोटेशियम होता है जो की ब्लड प्रेशर को सामान्य बनाए रखता है।

बादाम खाना खाने के बाद शुगर और इंसुलिन का लेवल बढ़ने से रोकता है, जिससे मधुमेह की बीमारी से बचा जा सकता है

बादाम गर्भवती महिलाओं के लिए बहुत फायदेमंद होता है। बादाम में फोलिक एसिड होता है ,इसके कारण जच्चे-बच्चे में रक्त की कमी नहीं होती।

बादाम में मैग्निशियम,कॉपर और रिबोफ्लेविन जैसे पोषक तत्व होते हैं, जो की शरीर की ऊर्जा को बढ़ाने में मदद करते हैं। बादाम दिमाग के साथ-साथ शरीर को भी फिट रखता है। बादाम में मौजूद मिनरल्स विटामिंस,डायटरी फाइबर दिमाग को तरोताजा रखने के साथ-साथ शरीर की मेटाबॉलिज्म में भी मददगार होता है

रोजाना बादाम का सेवन करने से सर्दी-जुकाम जैसी बीमारियों से भी बचा जा सकता है।

रोजाना बादाम की 5-8 गिरी खाने से बालों को गिरने की समस्या भी कम होती है।

दूध में कुछ बूंदे बादाम के तेल की डालकर,दसका सेवन करने से कफ संबंधी रोगों में कमी आती है। शरीर में संचित कफ धीरे-धीरे बाहर निकलने लगता है।

आशा में

 

आशा में विश्वास  कभी नहीं.रोको  क्योंकि चमत्कार हर दिन होता है

never give up


Wednesday, May 7, 2014

स्वयं को सदैव जागरूक रखो

Fwd: [AMRIT VANI ] हार जाओ पर





हार जाओ पर 
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Posted By Madan Gopal Garga LM VJM to AMRIT VANI at 5/07/2014 09:17:00 AM

Monday, May 5, 2014

Fwd: हर हालत

हर हालत



हर हालत मे सम रहो अपने नियम न तोडे तो वह भगवान का प्यारा हो जाता हे